हर इंसान ठहरने को नहीं होता कुछ लोगों का काम होता है बहना और वो बहाव होता है सतत् ।एक जगह टिकने क…
ऐ स्त्री ....
ऐ स्त्री ...... तेरे गोद के ब्रह्मांड मे कभी मन के बोझ से भारी सिर रख कोई पुरुष अगर फफक कर रो पड़े …
ऐ स्त्री ...... तेरे गोद के ब्रह्मांड मे कभी मन के बोझ से भारी सिर रख कोई पुरुष अगर फफक कर रो पड़े …
एक स्त्री मात्र हृदय नही चुराती वो चुरा लेती है संपूर्ण पुरूष को.... उसके स््त्रीत्व का अधिपत्य हृ…
दर्प की एक बड़ी चुनौती स्वयं उसकी खुद से भी रही है दरअसल वो बड़ा अस्तित्वविहीन रहा है जिससे कहा जा …
मस्तिष्क सदैव युद्धरत रहा गंवारपन और बुद्धिजीवी होने के मध्य एक ओर वो बुद्धिजीवियों का साथ चाहता त…
कहते है स्मृतियो को कभी मोक्ष नसीब नही होता... वो रहती है हमेशा अतृप्त होकर नही मिलता कोई तैरने की जम…