स्त्रीत्व पर आघात

स्त्रीत्व पर  आघात पश्चात स्त्री  महज स्त्री शेष नहीं बचती  वो हो जाती है स्त्री व पुरुष संयुक्त  तथा न…

ऐ स्त्री ....

ऐ स्त्री ...... तेरे गोद के ब्रह्मांड मे कभी मन के बोझ से भारी सिर रख कोई पुरुष अगर फफक कर रो पड़े …